1 Samuel 20:1
फिर दाऊद रामा के नबायोत से भागा, और योनातन के पास जा कर कहने लगा, मैं ने क्या किया है? मुझ से क्या पाप हुआ? मैं ने तेरे पिता की दृष्टि में ऐसा कौन सा अपराध किया है, कि वह मेरे प्राण की खोज में रहता है?
And David | וַיִּבְרַ֣ח | wayyibraḥ | va-yeev-RAHK |
fled | דָּוִ֔ד | dāwid | da-VEED |
from Naioth | מִנָּוֹי֖ת | minnāwōyt | mee-na-OH-t |
in Ramah, | בָּֽרָמָ֑ה | bārāmâ | ba-ra-MA |
came and | וַיָּבֹ֞א | wayyābōʾ | va-ya-VOH |
and said | וַיֹּ֣אמֶר׀ | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
before | לִפְנֵ֣י | lipnê | leef-NAY |
Jonathan, | יְהֽוֹנָתָ֗ן | yĕhônātān | yeh-hoh-na-TAHN |
What | מֶ֤ה | me | meh |
have I done? | עָשִׂ֙יתִי֙ | ʿāśîtiy | ah-SEE-TEE |
what | מֶֽה | me | meh |
is mine iniquity? | עֲוֹנִ֤י | ʿăwōnî | uh-oh-NEE |
and what | וּמֶֽה | ûme | oo-MEH |
is my sin | חַטָּאתִי֙ | ḥaṭṭāʾtiy | ha-ta-TEE |
before | לִפְנֵ֣י | lipnê | leef-NAY |
thy father, | אָבִ֔יךָ | ʾābîkā | ah-VEE-ha |
that | כִּ֥י | kî | kee |
he seeketh | מְבַקֵּ֖שׁ | mĕbaqqēš | meh-va-KAYSH |
אֶת | ʾet | et | |
my life? | נַפְשִֽׁי׃ | napšî | nahf-SHEE |