1 Samuel 2:33
मैं तेरे कुल के सब किसी से तो अपनी वेदी की सेवा न छीनूंगा, परन्तु तौभी तेरी आंखें देखती रह जाएंगी, और तेरा मन शोकित होगा, और तेरे घर की बढ़ती सब अपनी पूरी जवानी ही में मर मिटेंगें।
And the man | וְאִ֗ישׁ | wĕʾîš | veh-EESH |
not shall I whom thine, of | לֹֽא | lōʾ | loh |
cut off | אַכְרִ֤ית | ʾakrît | ak-REET |
from | לְךָ֙ | lĕkā | leh-HA |
mine altar, | מֵעִ֣ם | mēʿim | may-EEM |
consume to be shall | מִזְבְּחִ֔י | mizbĕḥî | meez-beh-HEE |
לְכַלּ֥וֹת | lĕkallôt | leh-HA-lote | |
thine eyes, | אֶת | ʾet | et |
grieve to and | עֵינֶ֖יךָ | ʿênêkā | ay-NAY-ha |
וְלַֽאֲדִ֣יב | wĕlaʾădîb | veh-la-uh-DEEV | |
thine heart: | אֶת | ʾet | et |
and all | נַפְשֶׁ֑ךָ | napšekā | nahf-SHEH-ha |
the increase | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
house thine of | מַרְבִּ֥ית | marbît | mahr-BEET |
shall die | בֵּֽיתְךָ֖ | bêtĕkā | bay-teh-HA |
in the flower of their age. | יָמ֥וּתוּ | yāmûtû | ya-MOO-too |
אֲנָשִֽׁים׃ | ʾănāšîm | uh-na-SHEEM |