1 Samuel 11:5
और शाऊल बैलों के पीछे पीछे मैदान से चला आता था; और शाऊल ने पूछा, लोगों को क्या हुआ कि वे रोते हैं? उन्होंने याबेश के लोगों का सन्देश उसे सुनाया।
And, behold, | וְהִנֵּ֣ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
Saul | שָׁא֗וּל | šāʾûl | sha-OOL |
came | בָּ֣א | bāʾ | ba |
after | אַֽחֲרֵ֤י | ʾaḥărê | ah-huh-RAY |
the herd | הַבָּקָר֙ | habbāqār | ha-ba-KAHR |
of out | מִן | min | meen |
the field; | הַשָּׂדֶ֔ה | haśśāde | ha-sa-DEH |
and Saul | וַיֹּ֣אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
said, | שָׁא֔וּל | šāʾûl | sha-OOL |
What | מַה | ma | ma |
people the aileth | לָּעָ֖ם | lāʿām | la-AM |
that | כִּ֣י | kî | kee |
they weep? | יִבְכּ֑וּ | yibkû | yeev-KOO |
And they told | וַיְסַ֨פְּרוּ | waysappĕrû | vai-SA-peh-roo |
him | ל֔וֹ | lô | loh |
the tidings | אֶת | ʾet | et |
of the men | דִּבְרֵ֖י | dibrê | deev-RAY |
of Jabesh. | אַנְשֵׁ֥י | ʾanšê | an-SHAY |
יָבֵֽישׁ׃ | yābêš | ya-VAYSH |