1 Kings 8:65
और सुलैमान ने और उसके संग समस्त इस्राएल की एक बड़ी सभा ने जो हमात की घाटी से ले कर मिस्र के नाले तक के सब देशों से इकट्ठी हुई थी, दो सप्ताह तक अर्थात चौदह दिन तक हमारे परमेश्वर यहोवा के साम्हने पर्व को माना। फिर आठवें दिन उसने प्रजा के लोगों को विदा किया।
And at that | וַיַּ֣עַשׂ | wayyaʿaś | va-YA-as |
time | שְׁלֹמֹ֣ה | šĕlōmō | sheh-loh-MOH |
Solomon | בָֽעֵת | bāʿēt | VA-ate |
held | הַהִ֣יא׀ | hahîʾ | ha-HEE |
אֶת | ʾet | et | |
a feast, | הֶחָ֡ג | heḥāg | heh-HAHɡ |
all and | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
Israel | יִשְׂרָאֵ֣ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
with | עִמּוֹ֩ | ʿimmô | ee-MOH |
great a him, | קָהָ֨ל | qāhāl | ka-HAHL |
congregation, | גָּד֜וֹל | gādôl | ɡa-DOLE |
from the entering | מִלְּב֥וֹא | millĕbôʾ | mee-leh-VOH |
Hamath of in | חֲמָ֣ת׀ | ḥămāt | huh-MAHT |
unto | עַד | ʿad | ad |
the river | נַ֣חַל | naḥal | NA-hahl |
Egypt, of | מִצְרַ֗יִם | miṣrayim | meets-RA-yeem |
before | לִפְנֵי֙ | lipnēy | leef-NAY |
the Lord | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
God, our | אֱלֹהֵ֔ינוּ | ʾĕlōhênû | ay-loh-HAY-noo |
seven | שִׁבְעַ֥ת | šibʿat | sheev-AT |
days | יָמִ֖ים | yāmîm | ya-MEEM |
and seven | וְשִׁבְעַ֣ת | wĕšibʿat | veh-sheev-AT |
days, | יָמִ֑ים | yāmîm | ya-MEEM |
even fourteen | אַרְבָּעָ֥ה | ʾarbāʿâ | ar-ba-AH |
עָשָׂ֖ר | ʿāśār | ah-SAHR | |
days. | יֽוֹם׃ | yôm | yome |