1 Kings 4:20
यहूदा और इस्राएल के लोग बहुत थे, वे समुद्र के तीर पर की बालू के किनकों के समान बहुत थे, और खाते-पीते और आनन्द करते रहे।
1 Kings 4:20 in Other Translations
King James Version (KJV)
Judah and Israel were many, as the sand which is by the sea in multitude, eating and drinking, and making merry.
American Standard Version (ASV)
Judah and Israel were many as the sand which is by the sea in multitude, eating and drinking and making merry.
Bible in Basic English (BBE)
Judah and Israel were as great in number as the sand by the seaside, and they took their food and drink with joy in their hearts.
Darby English Bible (DBY)
Judah and Israel were many, as the sand which is by the sea in multitude, eating and drinking and making merry.
Webster's Bible (WBT)
Judah and Israel were many, as the sand which is by the sea in multitude, eating and drinking, and making merry.
World English Bible (WEB)
Judah and Israel were many as the sand which is by the sea in multitude, eating and drinking and making merry.
Young's Literal Translation (YLT)
Judah and Israel `are' many, as the sand that `is' by the sea for multitude, eating and drinking and rejoicing.
| Judah | יְהוּדָ֤ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
| and Israel | וְיִשְׂרָאֵל֙ | wĕyiśrāʾēl | veh-yees-ra-ALE |
| were many, | רַבִּ֔ים | rabbîm | ra-BEEM |
| sand the as | כַּח֥וֹל | kaḥôl | ka-HOLE |
| which | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| by is | עַל | ʿal | al |
| the sea | הַיָּ֖ם | hayyām | ha-YAHM |
| in multitude, | לָרֹ֑ב | lārōb | la-ROVE |
| eating | אֹֽכְלִ֥ים | ʾōkĕlîm | oh-heh-LEEM |
| and drinking, | וְשֹׁתִ֖ים | wĕšōtîm | veh-shoh-TEEM |
| and making merry. | וּשְׂמֵחִֽים׃ | ûśĕmēḥîm | oo-seh-may-HEEM |
Cross Reference
1 Kings 3:8
फिर तेरा दास तेरी चुनी हुई प्रजा के बहुत से लोगों के मध्य में है, जिनकी गिनती बहुतायत के मारे नहीं हो सकती।
Genesis 22:17
इस कारण मैं निश्चय तुझे आशीष दूंगा; और निश्चय तेरे वंश को आकाश के तारागण, और समुद्र के तीर की बालू के किनकों के समान अनगिनित करूंगा, और तेरा वंश अपने शत्रुओं के नगरों का अधिकारी होगा:
Genesis 32:12
तू ने तो कहा है, कि मैं निश्चय तेरी भलाई करूंगा, और तेरे वंश को समुद्र की बालू के किनकों के समान बहुत करूंगा, जो बहुतायत के मारे गिने नहीं जो सकते।
Acts 2:46
और वे प्रति दिन एक मन होकर मन्दिर में इकट्ठे होते थे, और घर घर रोटी तोड़ते हुए आनन्द और मन की सीधाई से भोजन किया करते थे।
Zechariah 9:15
सेनाओं का यहोवा ढाल से उन्हें बचाएगा, और वे अपने शत्रुओं का नाश करेंगे, और उनके गोफन के पत्थरों पर पांव धरेंगे; और वे पीकर ऐसा कोलाहल करेंगे जैसा लोग दाखमधु पीकर करते हैं; और वे कटोरे की नाईं वा वेदी के कोने की नाईं भरे जाएगें॥
Zechariah 3:10
उसी दिन तुम अपने अपने भाईबन्धुओं को दाखलता और अंजीर के वृक्ष के नीचे आने के लिये बुलाओगे, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है॥
Micah 4:4
और लोग आगे को युद्ध विद्या न सीखेंगे। परन्तु वे अपनी अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले बैठा करेंगे, और कोई उन को न डराएगा; सेनाओं के यहोवा ने यही वचन दिया है॥
Isaiah 22:13
परन्तु क्या देखा कि हर्ष और आनन्द मनाया जा रहा है, गाय-बैल का घात और भेड़-बकरी का वध किया जा रहा है, मांस खाया और दाखमधु पीया जा रहा है। और कहते हैं, आओ खाएं-पीएं, क्योंकि कल तो हमें मरना है।
Ecclesiastes 2:24
मनुष्य के लिये खाने-पीने और परिश्रम करते हुए अपने जीव को सुखी रखने के सिवाय और कुछ भी अच्छा नहीं। मैं ने देखा कि यह भी परमेश्वर की ओर से मिलता है।
Proverbs 14:28
राजा की महिमा प्रजा की बहुतायत से होती है, परन्तु जहां प्रजा नहीं, वहां हाकिम नाश हो जाता है।
Psalm 72:3
पहाडों और पहाड़ियों से प्रजा के लिये, धर्म के द्वारा शान्ति मिला करेगी
Job 1:18
वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, तेरे बेटे-बेटियां बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पीते थे,
1 Chronicles 12:39
और वे वहां तीन दिन दाऊद के संग खाते पीते रहे, क्योंकि उनके भाइयों ने उनके लिये तैयारी की थी।
1 Samuel 30:16
जब उसने उसे पहुंचाया, तब देखने में आया कि वे सब भूमि पर छिटके हुए खाते पीते, और उस बडी लूट के कारण, जो वे पलिश्तियों के देश और यहूदा देश से लाए थे, नाच रहे हैं।
Genesis 15:5
और उसने उसको बाहर ले जाके कहा, आकाश की ओर दृष्टि करके तारागण को गिन, क्या तू उन को गिन सकता है? फिर उसने उससे कहा, तेरा वंश ऐसा ही होगा।
Genesis 13:16
और मैं तेरे वंश को पृथ्वी की धूल के किनकों की नाईं बहुत करूंगा, यहां तक कि जो कोई पृथ्वी की धूल के किनकों को गिन सकेगा वही तेरा वंश भी गिन सकेगा।