1 Corinthians 8:7
परन्तु सब को यह ज्ञान नही; परन्तु कितने तो अब तक मूरत को कुछ समझने के कारण मूरतों के साम्हने बलि की हुई को कुछ वस्तु समझकर खाते हैं, और उन का विवेक निर्बल होकर अशुद्ध होता है।
Howbeit | Ἀλλ' | all | al |
there is not | οὐκ | ouk | ook |
in | ἐν | en | ane |
man every | πᾶσιν | pasin | PA-seen |
that | ἡ | hē | ay |
knowledge: | γνῶσις· | gnōsis | GNOH-sees |
for | τινὲς | tines | tee-NASE |
some | δὲ | de | thay |
with | τῇ | tē | tay |
conscience | συνειδήσει | syneidēsei | syoon-ee-THAY-see |
of the | τοῦ | tou | too |
idol | εἰδώλου | eidōlou | ee-THOH-loo |
unto | ἕως | heōs | AY-ose |
hour this | ἄρτι | arti | AR-tee |
eat | ὡς | hōs | ose |
it as | εἰδωλόθυτον | eidōlothyton | ee-thoh-LOH-thyoo-tone |
idol; an unto offered thing a | ἐσθίουσιν | esthiousin | ay-STHEE-oo-seen |
and | καὶ | kai | kay |
their | ἡ | hē | ay |
συνείδησις | syneidēsis | syoon-EE-thay-sees | |
conscience | αὐτῶν | autōn | af-TONE |
being | ἀσθενὴς | asthenēs | ah-sthay-NASE |
weak | οὖσα | ousa | OO-sa |
is defiled. | μολύνεται | molynetai | moh-LYOO-nay-tay |