2 சாமுவேல் 15
30 தாவீது தன் முகத்தை மூடி, வெறுங்காலால் நடந்து அழுதுகொண்டு ஒலிவமலையின்மேல் ஏறிப்போனான்; அவனோடிருந்த சகல ஜனங்களும் முகத்கைமூடி அழுதுகொண்டு ஏறினார்கள்.
31 அப்சலோமோடே கட்டுப்பாடுபண்ணினவர்களுடன் அகித்தோப்பேலும் சேர்ந்திருக்கிறான் என்று தாவீதுக்கு அறிவிக்கப்பட்டபோது, தாவீது, கர்த்தாவே, அகித்தோப்பேலின் ஆலோசனையைப் பயித்தியமாக்கிவிடுவீராக என்றான்.
32 தாவீது மலையின் உச்சிமட்டும்வந்து, அங்கே தேவனைப் பணிந்துகொண்டபோது, இதோ, அற்கியனாகிய ஊசாய் தன் வஸ்திரத்தைக் கிழித்துக்கொண்டு, தலையின்மேல் புழுதியைப்போட்டுக்கொண்டவனாய் அவனுக்கு எதிர்ப்பட்டான்.
33 தாவீது அவனைப் பார்த்து: நீ என்னோடேகூட நடந்துவந்தால் எனக்குப் பாரமாயிருப்பாய்.
34 நீ நகரத்திற்குத் திரும்பிப்போய், அப்சலோமை நோக்கி: ராஜாவே, உம்முடைய ஊழியக்காரனாயிருப்பேன்; முன்பு நான் உம்முடைய தகப்பனுக்கு ஊழியக்காரனாயிருந்தேன்; இப்போது நான் உமக்கு ஊழியக்காரன் என்றாயேயாகில், எனக்காக அகித்தோப்பேலின் ஆலோசனையை அபத்தமாக்குவாய்.
35 உன்னோடே அங்கே சாதோக் அபியத்தார் என்னும் ஆசாரியர்கள் இருக்கிறார்கள் அல்லவா? ராஜாவின் வீட்டிலே பிறக்கிற ஏதேது செய்தி உண்டோ, என்னென்ன கேள்விப்படுகிறாயோ, அதையெல்லாம் சாதோக் அபியத்தார் என்னும் ஆசாரியர்களுக்கு அறிவிப்பாய்.
36 அங்கே அவர்களோடே சாதோக்கின் மகன் அகிமாசும் அபியத்தாரின் மகன் யோனத்தானும், அவர்கள் இரண்டு குமாரரும் இருக்கிறார்கள்; நீங்கள் கேள்விப்படுகிற செய்தியையெல்லாம் அவர்கள்வசமாய் எனக்கு அனுப்புவீர்களாக என்றான்.
30 And David went up by the ascent of mount Olivet, and wept as he went up, and had his head covered, and he went barefoot: and all the people that was with him covered every man his head, and they went up, weeping as they went up.
31 And one told David, saying, Ahithophel is among the conspirators with Absalom. And David said, O Lord, I pray thee, turn the counsel of Ahithophel into foolishness.
32 And it came to pass, that when David was come to the top of the mount, where he worshipped God, behold, Hushai the Archite came to meet him with his coat rent, and earth upon his head:
33 Unto whom David said, If thou passest on with me, then thou shalt be a burden unto me:
34 But if thou return to the city, and say unto Absalom, I will be thy servant, O king; as I have been thy father’s servant hitherto, so will I now also be thy servant: then mayest thou for me defeat the counsel of Ahithophel.
35 And hast thou not there with thee Zadok and Abiathar the priests? therefore it shall be, that what thing soever thou shalt hear out of the king’s house, thou shalt tell it to Zadok and Abiathar the priests.
36 Behold, they have there with them their two sons, Ahimaaz Zadok’s son, and Jonathan Abiathar’s son; and by them ye shall send unto me every thing that ye can hear.
Cross Reference
Psalm 91:16
मैं उसको दीर्घायु से तृप्त करूंगा, और अपने किए हुए उद्धार का दर्शन दिखाऊंगा॥
James 3:13
तुम में ज्ञानवान और समझदार कौन है? जो ऐसा हो वह अपने कामों को अच्छे चालचलन से उस नम्रता सहित प्रगट करे जो ज्ञान से उत्पन्न होती है।
Psalm 24:4
जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है, जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया, और न कपट से शपथ खाई है।
Psalm 25:14
यहोवा के भेद को वही जानते हैं जो उससे डरते हैं, और वह अपनी वाचा उन पर प्रगट करेगा।
John 7:17
यदि कोई उस की इच्छा पर चलना चाहे, तो वह इस उपदेश के विषय में जान जाएगा कि वह परमेश्वर की ओर से है, या मैं अपनी ओर से कहता हूं।
John 8:31
तब यीशु ने उन यहूदियों से जिन्हों ने उन की प्रतीति की थी, कहा, यदि तुम मेरे वचन में बने रहोगे, तो सचमुच मेरे चेले ठहरोगे।
Acts 10:2
वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लागों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था।
Acts 11:14
वह तुम से ऐसी बातें कहेगा, जिन के द्वारा तू और तेरा सारा घराना उद्धार पाएगा।
Acts 13:26
हे भाइयो, तुम जो इब्राहीम की सन्तान हो; और तुम जो परमेश्वर से डरते हो, तुम्हारे पास इस उद्धार का वचन भेजा गया है।
Philippians 1:27
केवल इतना करो कि तुम्हारा चाल-चलन मसीह के सुसमाचार के योग्य हो कि चाहे मैं आकर तुम्हें देखूं, चाहे न भी आऊं, तुम्हारे विषय में यह सुनूं, कि तुम एक ही आत्मा में स्थिर हो, और एक चित्त होकर सुसमाचार के विश्वास के लिये परिश्रम करते रहते हो।
1 Peter 2:9
पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की ) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
1 Peter 1:15
पर जैसा तुम्हारा बुलाने वाला पवित्र है, वैसे ही तुम भी अपने सारे चाल चलन में पवित्र बनो।
Galatians 6:16
और जितने इस नियम पर चलेंगे उन पर, और परमेश्वर के इस्त्राएल पर, शान्ति और दया होती रहे॥
Galatians 1:24
और मेरे विषय में परमेश्वर की महिमा करती थीं॥
Romans 15:9
और अन्यजाति भी दया के कारण परमेश्वर की बड़ाई करें, जैसा लिखा है, कि इसलिये मैं जाति जाति में तेरा धन्यवाद करूंगा, और तेरे नाम के भजन गाऊंगा।
Romans 15:6
ताकि तुम एक मन और एक मुंह होकर हमारे प्रभु यीशु मसीह के पिता परमेश्वर की बड़ाई करो।
Psalm 27:6
अब मेरा सिर मेरे चारों ओर के शत्रुओं से ऊंचा होगा; और मैं यहोवा के तम्बू में जयजयकार के साथ बलिदान चढ़ाऊंगा; और उसका भजन गाऊंगा॥
Psalm 50:14
परमेश्वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा, और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर;
Psalm 85:9
निश्चय उसके डरवैयों के उद्धार का समय निकट है, तब हमारे देश में महिमा का निवास होगा॥
Psalm 85:13
धर्म उसके आगे आगे चलेगा, और उसके पांवों के चिन्हों को हमारे लिये मार्ग बनाएगा॥
Psalm 86:9
हे प्रभु जितनी जातियों को तू ने बनाया है, सब आकर तेरे साम्हने दणडवत करेंगी, और तेरे नाम की महिमा करेंगी।
Psalm 86:12
हे प्रभु हे मेरे परमेश्वर मैं अपने सम्पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूंगा, और तेरे नाम की महिमा सदा करता रहूंगा।
Isaiah 12:2
परमेश्वर मेरा उद्धार है, मैं भरोसा रखूंगा और न थरथराऊंगा; क्योंकि प्रभु यहोवा मेरा बल और मेरे भजन का विषय है, और वह मेरा उद्धारकर्ता हो गया है॥
Isaiah 45:17
परन्तु इस्राएल यहोवा के द्वारा युग युग का उद्धार पाएगा; तुम युग युग वरन अनन्तकाल तक न तो कभी लज्जित और न कभी व्याकुल होगे॥
Isaiah 49:6
उसी ने मुझ से यह भी कहा है, यह तो हलकी सी बात है कि तू याकूब के गोत्रों का उद्धार करने और इस्राएल के रक्षित लोगों को लौटा ले आने के लिये मेरा सेवक ठहरे; मैं तुझे अन्यजातियों के लिये ज्योति ठहराऊंगा कि मेरा उद्धार पृथ्वी की एक ओर से दूसरी ओर तक फैल जाए॥
Isaiah 51:5
मेरा छुटकारा निकट है; मेरा उद्धार प्रगट हुआ है; मैं अपने भुजबल से देश देश के लोगों का न्याय करूंगा। द्वीप मेरी बाट जाहेंगे और मेरे भुजबल पर आशा रखेंगे।
Luke 2:30
क्योंकि मेरी आंखो ने तेरे उद्धार को देख लिया है।
Romans 12:1
इसलिये हे भाइयों, मैं तुम से परमेश्वर की दया स्मरण दिला कर बिनती करता हूं, कि अपने शरीरों को जीवित, और पवित्र, और परमेश्वर को भावता हुआ बलिदान करके चढ़ाओ: यही तुम्हारी आत्मिक सेवा है।
Psalm 22:23
हे यहोवा के डरवैयों उसकी स्तुति करो! हे याकूब के वंश, तुम सब उसकी महिमा करो! हे इस्त्राएल के वंश, तुम उसका भय मानो!